इस्लाम मे कब्र और कब्रिस्तान पर कुरान पढ़ना मना है मजार और दरबार बनाना मना है लेकिन
इस्लाम मे कब्र और कब्रिस्तान पर कुरान पढ़ना मना है मजार और दरबार बनाना मना है लेकिन
यहूदी मजार भी बनाते है दरबार भी सजाते है और तौरात भी पड़ते है
और इनके भाई बरेलवी (कब्रेलवी शियालवी हिन्दुलवी लहाबी) मजार भी बनाते है दरबार भी सजाते है कुरआन भी पड़ते है औरतो को भी ले जाते (मस्जिद मे नहीं ले जाते है)
अब बरेलवी हजरात खुद फिकर करे वह किस तरफ है आपको पीर और मोलभीयो ने किस तरफ लगा रखा है
आप मुसलमान है या यहूदी खुद गौर ए फिकर करे #मना_कहाँ_है का राग अलाप ने वालो ऐसा न हो कि आप मौत के समय मुसलमान ही न रहे कुरान और सही हदीस और सहाबा के फहम पर जिंदगी गुजारो नहीं तो यहूद नसारा मजूस हिनूद पर खात्मा होगा
घरो को कब्रिस्तान न बनाओ से मुराद घर मे इबादत होती है कब्रिस्तान मे इबादत नहीं होती कब्र पर मुर्दे के हक मे मगफिरत दुआ किया जाता है
अल्लाहﷻ के रसूलﷺ आखरी दिनो मे यही तरगीब दिलाते रहे कि देखो यहूदो नसारा के तरह ना हो जाना। अफसोस उम्मत की ज्यादातर लोग यहूदो नसारा जैसी हरकतें करने लगे।
पक्की क़ब्रे बनाना और कब्रो पर इमारत तामीर करना इस्लाम में कतई जायज नहीं है और रसूलुल्लाह (ﷺ) के सरिह हुक्म के खिलाफ है।
"हजरत जाबिर रजि. से रिवायत है की रसूलुल्लाह (ﷺ) ने पुख्ता कब्रे बनाने और और उनपर बैठने और इमारत तामीर करने से मना फ़र्माया है"
Sahih Muslim 2245 (970)
हजरत अली रजि. ने हजरत अबुल हय्याज असदी रजि. से फरमाया कि तुम्हें उसी काम पर मै भेजता हूँ जिस काम पर अल्लाह के रसूल (ﷺ) ने मुझे भेजा था वह यह कि "किसी बडी ऊंची कब्र को बराबर किये बगैर न छोडो , न किसी मूरत को बगैर मिटाये रहने दो ”
Sahih Muslim 2243 (969)
पैगम्बर, औलिया अल्लाह या अन्य किसी भी शख्स की कब्र के सामने सर झुका कर खड़े होना या नमाज की तरह हाथ बांधे खड़े रहना,सज्दा करना या उनका तवाफ़ करना कुरान खोल के पढ़ना इस्लामी-शरीयत के मुताबिक़ सरासर नाजायज और हराम है।
जुन्दुब रजि. से रिवायत है कि रसूलुल्लाह (ﷺ)ने फ़र्माया -
"......तुम से पहले के लोग अपने अम्बिया और स्वालेहीन (नेक लोग) की कब्रो को मस्जिद (places of worship and prayers / सज्दागाहें) बना लिया करते थे, कब्रो को मस्जिद मत बनाना,में तुम को इससे मना करता हुँ"
Sahih Muslim 1188 (532)
यहूदी और ईसाई का आमाल था क़बर परस्ती करना उन पर नबी ﷺ ने लानत की अगर यही काम उम्मत करे तो आशिके रसूल कैसे हो सकता है Hamare group or channel se judne ke liye niche diye gaye link pr click kare*
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